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कोई बात ना कभी ओठों पर आई, कुछ आई तो लब सिल गए क्य

कोई बात ना कभी ओठों पर आई, कुछ आई तो लब सिल गए
क्या तुमने पढ़ा मेरे दिल को या आंखों से उतरे मेरी रूह को मिल गए

क्या तुमने पढ़ी खामोशी या फिर तुम मेरे अंदाजों में पिघल गए
ये किस्मत थी मेरी या मौज़जा ना जाने कैसे मुझे तुम मिल गए


Na jane kaise mujhe tum mil gye 😍
saumya2477642555954

Saumya .

New Creator

कोई बात ना कभी ओठों पर आई, कुछ आई तो लब सिल गए क्या तुमने पढ़ा मेरे दिल को या आंखों से उतरे मेरी रूह को मिल गए क्या तुमने पढ़ी खामोशी या फिर तुम मेरे अंदाजों में पिघल गए ये किस्मत थी मेरी या मौज़जा ना जाने कैसे मुझे तुम मिल गए Na jane kaise mujhe tum mil gye 😍 #ishq #shayrana

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