सत्य की जीत सत्य सदेव विजई होता है और सत्य के पद का अनुगमन करने वाला विजेता बनता है सत्य की शक्ति आलो अलौकिक होती है इसमें असीम उर्जा समित हरित है सत्य के आलोक में व्यक्ति का व्यक्तित्व अद्भुत हो जाता है सत्य का आचरण करने वाले सदैव आत्मविश्वास से भरा रहता है उस समय इस वर्ष भी नहीं कर पाता उसका मस्तिक सदैव ऊंचा रहता है सत्य के मार्ग में विपत्तियां अवश्य आती है जहां मार्ग कांटों से भरा हुआ होता है परंतु इसमें चलने वाले पाठक को जो आनंद प्राप्त होता है और यह है भगवान श्रीराम ने सदैव सत्य के मार्ग का अनुसरण किया सत्य ही धर्म है इसलिए उनका मार्ग धर्म का मार्ग के लाया नीति का मार्ग के लाया उन्होंने सकते की शक्ति से आ सकते को धन रसाया किया रावण ने असत्य को छलका मार्ग अपनाकर स्वयं के नाश को आमंत्रित किया स्पष्ट यह है कि सत्य का मार्ग नाश का मार्ग है आ सकते के बलवान होने पर भी एक समय आता है जब वह रहे इससे है हो जाता है रावण के 100000 पुत्र और सवा लाख नाती होने के बावजूद में श्री राम से युद्ध हार गया उसके कुल का समूल नाश हो गया उसके घर में बाती जलाने वाला कोई ना रहा वह समय रहते सत्य की शक्ति की जो जान ना सका सकते को हंसाए समझना उसकी मूर्खता थी श्री राम सत्य की अनुगामी रहे उन्होंने सत्य की जीत के लिए अपने सभी क्षमताओं का प्रयोग किया रावण के दिग्गज वीर योद्धा श्रीराम के वानर सेना के सम्मुख टिक न सके विजयदशमी का पर्व प्रतिवर्ष हमें सत्य की जीत का आभास दिलाता है हमें प्रेरित करता है कि हम अपने जीवन में सत्य के मार्ग को आत्महत्या करें हजारों वर्ष के बाद भी सकते का प्रभाव कम नहीं होता आपूर्ति उसका उत्कर्ष बढ़ता चला जाता है सत्य प्रेरणा बनकर हमारे जीवन को आलोकित करता है हम सत्य को भी आधार बनाकर ही जीवन को सफल बना सकते हैं ©Ek villain #Sathyabama #NojotoRamleela