Pyar ki taakat सनम कहूँ या ख़ुदा कहूँ तुझको, दिलो जहन में हर लम्हा तू छाया रहता है। मैं चुप भी रहूं तो भी तुझसे ही बाते करता हूँ, सुबह से शाम तक मेरी तस्व्वुर में जाना तू ही तू रहता है॥ ©Rizwan Ahamad Faizi #सनम कहूँ या #ख़ुदा कहूँ तुझको, दिलो जहन में हर #लम्हा तू #छाया रहता है। #मैं चुप भी रहूं तो भी #तुझसे ही #बाते करता हूँ, #सुबह से #शाम तक मेरी #तस्व्वुर में जाना तू ही तू रहता है॥