जिंदगी का सामना ही क्यों, क्यों न इसके साथ चलना है। हाल-चाल पूछते-2 दोनो को यूँ आगे बढ़ना है, आपसी रंजिश से आगे खुद को गढ़ना है। रण में जीत कभी भी उसकी नही होती, जो जिंदगी पर चढ़ कर नाचे, उसकी जो खुद उसमे पिघल कर साँचे। बूढ़ी जिंदगी नही , आदमी होता है, रूढ़ि आत्मा नही उसके विचार से बनता है। रोज एक हिस्सा छान और खुद में बसा, इसी तरह जिंदगी और आदमी का घर बसता है। सुप्रभात। ज़िन्दगी का सामना करना तो है, हमको इसमें रंग कुछ भरना तो है... #ज़िन्दगीकासामना #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi