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रोज़ रोज़ मिटते है, फिर भी ख़ाक न हुए रोशनी खुद की थी

रोज़ रोज़ मिटते है, फिर भी ख़ाक न हुए रोशनी खुद की थीं, तभी राख़ सा ना हुए!
जो Pollution  हैं शहरों वाले, जब ही तो गांव से ना हुए!! #रोज #रोज 
#Love#Nojoto
रोज़ रोज़ मिटते है, फिर भी ख़ाक न हुए रोशनी खुद की थीं, तभी राख़ सा ना हुए!
जो Pollution  हैं शहरों वाले, जब ही तो गांव से ना हुए!! #रोज #रोज 
#Love#Nojoto