मैं गलत तो नहीं.... मैं अपनापन चाहती हूं अनजानो के बीच में; मैं स्वाभिमान चाहती हूं अभिमानियों के बीच में; मैं मुस्कान चाहती हूं उदासी के बीच में; मैं इंसानियत चाहती हूं मज़हब के बीच में; मैं प्यार चाहती हूं हवस के बीच में; मैं पहचान चाहती हूं गुमनामियों के बीच में; मैं मासूमियत चाहती हूं छल- कपट के बीच में; मैं नादान ही सही समझदारो के बीच में; मेरा चाहना गलत तो नहीं अनचाहे ख्वाबों के बीच में । _ शैफाली मैं गलत तो नहीं... #allalone #1stpoem #Life_experience #mydiary #Self #alonegirl #GOODTHOUGHTS