अब नहीं भागता मैं पीछे पीछे रिश्ते को बचाने के लिए खुद मै खुद से भरोसा तोड़कर रिश्तों के अंदर खुद को जोड़कर जीने लगा उनको बचाने के लिए बिछड़े रिश्तों को समेटता रहा उनको पास बसाने के लिए दूरियां फिर भी कम नहीं हुई कई बार पास बिठाने पर मजबुर कर दिया मुझको आंखो के कतरे आंखो में सजाने पर थक चुका हूं उनकी झूठी हसीं की झूठी तसल्ली से कि घर में बड़ा हूं इसलिए भागता हूं रिश्तों को बचाने के लिए खुद मै खुद से भरोसा तोड़कर रिश्तों के अंदर खुद को जोड़कर जीने लगा उनको बचाने के लिए अब नहीं भागता मै पीछे पीछे रिश्तों को बचाने के लिए रिश्तों को बचाने के लिए