जान मेरी जिंदगी को इस तरह क्यों मोड़ जाना स्वप्न ही गर था तो उसको इस तरह क्यों तोड़ जाना तुम हमें ठुकरा के खुद को बेवफा कहतीं सही था पर तरीका ये नहीं है , जग समूचा छोड जाना #पीयूष