#समाचार पढ़ने की आदत, गले पड़ी कुछ ऐसी है, सुबह मिले अख़बार नही तो, चाय की चुस्की फ़ीकी है, वक़्त गुज़र जाते अच्छे है, चुटकुले भी पढ़कर के, हो जाता है व्याकुल मन, जब पढ़ते शहर में रेप हुआ है, राजनीति की बात करें क्या, नेता सब झूठा लगते है, जनता से वादा कुछ करते, काम ये अपने मन की करते, समाचार है साथ निभाता, बूढ़े और बुज़ुर्गों का, पूरा दिन अच्छा कट जाता, समाचार को पढ़ पढ़ के.! #अजय57 #बाँसुरी #अजय57 #बाँसुरी #नैना समाचार पत्र..