सफर में कोई दुआ तो पढ़ लेता है
दरिया को किनारे का सहारा रहता है
तुझको देख कर भूल बैठता हु दुनिया अपनी
तू मेरी ज़िंदगी के हर पहर में रहता है
तेरे लब गुलाब है तेरा बदन अफरी
तेरे सामने चाँद भी छुपा छुपा सा रहता है #Hindi#ishq#gazal#nazm#कविता#mohabbat#hindishayari#alfaaz#hindinama