दिल टूटना भी आम-सी रीत हो चली, सच्ची मोहब्बत तो, जाने कहा खो चली, दिन ब दिन बेवफाओं की कतार लंबी हो चली, किसी की मोहब्बत एकतरफा तो तो किसी की मोहब्बत किसी, परदेशी के संग चली , किसी की मोहब्बत रूपिए की, खनक के आगे फीकी पड़ गई, तो कही अब्बा नही मानेंगे कह , डोली किसी ओर ही गली रुख कर चली, सात जन्मों की बातें जानें दो, एक जन्म में ही कितनी मोहब्बत की कहानियां अधूरी रह गईं, कोई ख्वाइश बन रह गई, तो कोई यादें बन अंखियों से बह गई, ना जानें साथ निभाने वाली सच्ची मोहब्बत कहा खो गई, किस्मत वाले है वो, जिनकी मोहब्बत मुक्कमल हो गई।। ©Princy khatri #सच्ची_मोहब्बत जानें कहा #खो #चली #HeartBreak