थक जाए तू अगर। ना रुकना छोड़कर तू अपनी डगर। चलते चलते गिर जाए अगर । थोड़ा सोच, खड़ा हो और तूफान में पलता जा। तू है मंजिल का राही कदम उठा और चलता जा । - जानवी मुकुल सिंह #Winter #apkiapniawaajjanvisingh