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मुझे तब खुशी का ठिकाना न रहा जब मैने अपनी माँ की व

मुझे तब खुशी का ठिकाना न रहा जब मैने अपनी माँ की वो बातें आज पुस्तक में पढ़ी जो माँ बचपन में बोला करती थी कि .......
👉“माँ-बाप का बुढ़ापा उनकी आयु से नहीं, 
उनके प्रति संतान के व्यवहार से तय होता है”

©Asha
  #माँ की बातें
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Asha

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#माँ की बातें #जानकारी

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