कितने अज़ीब झांसे में रक्खा है! हमने दिल को दिलासे में रक्खा है! तुमको जिसकी तमन्ना है बहुत"" फकीर ने वो ताज कांसे में रक्खा है! ©Azeem Khan #faqeeri azeem khan# कवि राहुल पाल