आंखों में मेरी बस ख्याल हैं तेरे, जलवे भी सच में क्या कमाल हैं तेरे। होठों को कहूंगा, पंखुड़ियां गुलाब की, बहुत ही रसीले ये, गाल हैं तेरे। शराबी इन आंखों में, नशा गजब सा, मुझे उलझाएं इश्क में, ऐसे बाल हैं तेरे। सीने से लगा के, सुलझाऊंगा किसी दिन, मुझे पता है दिल में, कितने सवाल हैं तेरे। ओमबीर काजल तड़प रहा,एक मुलाकात को, सितम भी कसम से, बहुत बेमिसाल है तेरे। ©Ombir Kajal तेरे