यदि किसी मंदबुद्धि वक़्ता की बातें सुनकर महफिल में सौ में से चार बेवकूफ ताली बजा रहें हो तो वो होशियार साबित नहीं हो जाता... और कहीं सौ में से 95 ताली बजा रहें हो तो भी ज़रूरी नहीं कि वो होशियार साबित हो जाए... क्योंकि बहुत मुमकिन है कि वो महफिल ही बेव्कूफों की हो... कोई शक़?👉 #rhidamkapoor