प्यार तुमसे मैं करूँ जी जान से। जाँ तुम्हें अपना कहूँ मैं शान से। चाहतें अब कुछ नहीं अवशेष हैं- बस तुम्हें माँगा करूँ भगवान से। #मुक्तक #चाहतें #विश्वासी 2122 2122 212