बदल लिया मोहब्बत ने अपना चाँद या होने लगी है तेरी जफ़ाओं की शाम •☆• जीएटीसी कोलाॅबज़ ४ •☆• 《फ़िनाले: हिंदी१》 ▪नियम: कोई नहीं। 😊 ▪गैर पंजीकृत एवं निष्काषित प्रतियोगी भी भाग ले सकते हैं। ▪ 👉🏼आप पृष्ठभूमि स्वयं से इस्तेमाल कर सकते हैं, केवल मेरी दी हुई पंक्तियों को अपनी पृष्ठभूमि पर, मेरे नाम के साथ काॅपी कर लें।