अब हँसी नहीं आती हर बात पर- हर बात पर जो मुस्कुराया करती थी! अब आँसू भी नहीं आते बात बात पर- जो हर छोटी बात पर रो जाया करती थी! मैं भटकी नहीं हूँ आज भी, रुकी हूँ पर, जो हर रस्तों से एकबार गुज़रा करती थी! सवाल ये है कुछ बदला है मुझमे पर- जो किसी भी हालत बदलना नहीं चाहती थी! तोहफ़े अनेक मिले है सबसे पर- सदमे हमेशा याद रहेंगे इस जिंदगानी के! कुछ ख्वाबों को मिटा दिया है जड़ से ही मैंने, जिसके पूरे होने की चाहत, इंतजार में नज़रे थी! नमस्ते दोस्तों। कोलाब करें Pen n Popcorn के साथ और जोड़े अपने भावपूर्ण शब्द। #pnpis #pnphindi #pennpopcorn #collabwithpnp #pnp230621 #YourQuoteAndMine Collaborating with Pen n Popcorn