जब तक जूतों से नापेंगे,औकातों को दुनियाँ में तबतक निश्चित ही कुचलेंगे,जज्बातों को दुनिया में त्याग तपस्या औ चरित्र का, जबतक मोल लगायेंगे हमीं ढहायेंगे ,भारत के सौगातों को दुनिया में जय भारत जय भारतीयता