*"बेहिसाब से तरीके से वो, 'हिसाब' कर गए 'गुनाह' हमारे लिख,अपनो पे 'नकाब' कर गए कहा भी था उन्हे,कुछ तो 'रहम' अब कर लो जाते-जाते 'खुदा' को भी 'बेनकाब' कर गए*" 'सार' बेनकाब #सार #शायरी