किस दो राहे पे खड़ी है जिंदगी, न कल का पता है ना आज का, अपने ही सवालो में उलझी है जिंदगी, उस बेहतर कल का समय न आज मिला न कल मिला, उन बहरूपियों से घिरी है जिंदगी, जिनका हमारी जिन्दगी से है गहरा वास्ता, मुहब्बत से दूर, ईर्ष्या से घिरी जिंदगी, आयना नही है किसी के बात का, किस दो राहे पे खड़ी है जिंदगी। #firstquote #life every time we see this type of difficulty.