गुरु तो अर्जुन के थे,पर शिक्षा तो एकलव्य ने भी पाई, निशानेबाज तो अर्जुन को बना रहे थे पर बेहतरीन निशानेबाज तो एकलव्य ही बना था। ये ग़लत हैं कि गुरु के पास होने से ही शिक्षा ली जा सकती हैं, बल्कि पत्थर को भी गुरु मान कर , अपने लक्ष्य के प्रति एकाग्र हो कर ज्ञान प्राप्त किया जा सकता हैं। ©jyoti gurjar #एकलव्य #गुरु_शिष्य #motivational #good_morning morning #Streetlight