असल में यह वर्ग अपनी सार्वजनिक मतदान डो के लिहाज से स्वयं ही अपनी पोल खोलता रहता है लिखकर ने ऋषि सुनक के बहाने इस वर्ग का करारा प्रहार किया यही वह वर्ग है जो गौ सेवा करने वाले सनातन धर्म बबली के रूप में शुद्ध की खुलकर आलोचना करते हैं उनके प्रधानमंत्री बनने पर देश में शगुन यदि ब्रिटेन में हिंदू अल्पसंख्यक मंच प्रधानमंत्री बन सकता है तो भला भारत में क्यों नहीं अपने सवाल को स्पष्ट करते हुए अल्पसंख्यक की खांसी में उन्होंने मुस्लिम को पीट दिया अफसोस की बात है कि ऐसे सवाल उठाने वाले में पूर्व केंद्रीय मंत्री चिदंबरम और हाल ही में कांग्रेस कार्यकलाप का वादा करने के साथ अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ रहे सतीश सरोज भी है एक तरफ से उन्हें नेताओं ने अपनी ही पार्टी को कटघरे में खड़ा कर दिया है आखिर इस सवाल की जिम्मेदारी जवाबदेही अगर किसी की है तो कांग्रेस की ही है जो करीब 6 दशकों तक देश की सत्ता संभाल रही है ©Ek villain #alone #लोकतंत्र को वीरू पति ना करें