कम नहीं करता हमारा हौंसला रात दिन गुज़रे है तुझको सोच कर अब हमारा है यही इक मश्ग़ला फासलों से मैं कभी डरता नहीं पार करना है हमे हर मरहला फ़ैसला ये कर लिया है आज से ज़ीस्त मे अपनी है तेरा दाखिला दिन ब दिन बढ़ता हुआ ये फ़ासला, कौन जाने कैसा है ये सिलसिला... #दिनबदिन #collab #yqdidi #soultrigger #yqsayyed #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi