दिखते नहीं हो तुम मुझे महसूस करती हूँ तुम्हे हर पल क्या हुआ जो नहीं हो तुम मेरे पास दिल में मेरे बसते हैं तुम्हारे मीठे एहसास किसी की दूरी से प्यार हो जाता है कम ये होता है सिर्फ़ एक भ्रम तुमको ही सोचते हैं हम सदा इस तरह उदासी को अपनी हम कर देते हैं विदा लेखन संगी ******** हर पल जो महसूस हो वो अहसास हो तुम दिखते नही पर कही आस पास हो तुम ढूंढने से कहां मिलता है तुमसा कोई मिल जाये किस्मत से तोहफा वो नायाब हो तुम