उपन्यास सम्राट प्रेमचंद, हर हिन्दी प्रेमी और साहित्य प्रेमी के हृदय के भी सम्राट होंगें, निश्चय पूर्वक कह सकती हूँ।समाज के कटु और खुरदरे यथार्थ से गुजरती हुई कहानियाँ और समस्त सहित्य अंत में जिस आदर्श को प्रतिष्ठित करता है वह अद्भुत है और साहित्य लेखन के उद्धेश्य को पूरा करता है। उपन्यास सम्राट प्रेमचंद जी का तमाम साहित्य मुझे बहुत बहुत प्रिय है।बचपन से ही पिताजी-चूँकि वे भी शिक्षक थे-अपने विद्यालय के पुस्तकालय से अच्छा-अच्छा साहित्य पढ़ने के लिए लाते थे तभी मैंने मानसरोवर के न जाने कितने भाग पढ़ लिये थे,.... और तभी से उनकी कहानियाँ मेरे हृदय में बस गई थी।किसी एक कहानी या उपन्यास को अधिक अच्छा कहना, खुद को ही दुःखी करेगा, फिर भी 'नमक का दारोगा'कहानी न जाने क्यों मुझे बहुत बहुत प्रिय है!P. T.O. #मुंशी प्रेमचंद#०१.०८.२०#३४८#भाग१ #SilentWaves