तेरी बाहो में आकर यूँ बिखरना मेरा, बेचैन कर गया था हर अहसास तेरा, बहुत दूर जाकर फिर तुझमे सिमटना मेरा.. याद आता है खामोश नजरों से यूँ देखना तेरा! #गोविन्द