जीनी की सोच!!! सोच में है जीनी रानी, पेड़ कैसे पिता है पानी। विज्ञान भूगोल करें उसे परेशान, दोनों के अंतर से है वह हैरान। जीनी की है सोच निराली, कौवा क्यों है इतनी काली? आकाश है गहरा गंगा जैसा, फिर रेगिस्तान क्यों है इतना प्यासा? सोच सोच में वह यह भूल जाती, क्या बोलना था, नहीं बोल पाती। मन में है उसके प्रश्न अनेक, सब जानने की इच्छा है नेक।— % &— % & जीनी की सोच!!! Wrote something for a student, for the first time. Hope you all like it... #yqdada #yqbaba #yqdada #yqfanclub