सोचता रहता हूँ मैं कि काश कुछ ऐसा हो जाए तू भी रंग जाए मेरे रंग और मुझसा हो जाए मुझमें बस जाए रूह की तरह तूं तुझमें रहूं मैं शक्कर घुल जाए पानी में और पानी जैसा हो जाए तू भी मुझसा हो जाए