उस कलयुगी रावण राज्य में अपना भी एक राम था । और इस पापियों के राज्य में अपना भी एक भोला भाला सुशांत था । क्या वक्त आ गया है ,अब उसके नाम के आगे भी था लगना पड़ रहा है । कुछ गलत लोगो की संगति , कुछ उसका अच्छा पन उसको ले डूबा । जिस पर विश्वास किया , उसी ने उसके साथ विश्वाघात किया । पहले प्यार ने धोखा दिया , फिर दोस्तो ने शायद वो इंसान गलत लोगों के बीच में फस सा गया था । अब तो डर सा लगता है इन भेड़ियों को देख कर की कोई किसी का सगा नहीं होता , पर जब तक ईश्वर है उसके साथ कुछ गलत नहीं हो सकता । वो भोलेनाथ का भक्त था , जो कभी किसी से नहीं डरा था । वो अकेला ही एक राजपूत था जो सौ पर भारी था , इसलिए तो उसको अपने रास्ते से हटा दिया । पर तुमको क्या लगा था कि तुम सब जुर्म करके बच जाओगे , पर तुमने यह नहीं सोचा था कि कहीं ना कहीं अपने ही खेल में फस जाओगे । कल शायद तुम्हारा दिन था , आज भोलेनाथ का दिन है । अपनी उल्टी गिनती शुरू कर दो , अब तुम्हारा वक्त बदलने वाला है । जो पाप तुमने किए थे , उसकी सजा तुमको मिलने वाली है । ©Short And Sweet Blog #SushantSinghRajput #सुशांत_सिंह_राजपूत