दुश्मन जैसे दोस्त दोस्त के रूप में दुश्मनी की फ़र्ज़ अदा कर रहा था वो बातें करता हर पल तेरे साथ हूँ मैं ,लेकिन मझे हराने के लिए चाल चल रहा था वो कोई कसर नही छोड़ी उसने मुझे सब की नज़रों में गिरने की पर सामने उठाने को हाँथ बढ़ा रहा था वो मेरी हर सफलता को देख जलन होती उसे फिर भी खुशी में शामिल हो रहा था वो यू तो दुश्मन बहुत थे मेरे पर वो खास था दोस्त की शक्ल में आया दुश्मन था वो, #Enemyfriendship#december#dushmandost#day12