Nojoto: Largest Storytelling Platform

जनता उलझी धर्मो मे और नेता खोखले विचारो मे अजब सी

जनता उलझी धर्मो मे 
और नेता खोखले विचारो मे
अजब सी तानाशाही है 
राजनिती के गलियारों मे 
ना मिटी गरीबी ना आत्म हत्या रुकी
देश के किसानो की 
डिगरी लेके  भटके दर दर
मायूसी छाई बेरोजगारो मे
अजब सी तानाशाही है 
राजनिती के गलियारों में कवि राज गुप्ता भाटापारा छततीसगढ
जनता उलझी धर्मो मे 
और नेता खोखले विचारो मे
अजब सी तानाशाही है 
राजनिती के गलियारों मे 
ना मिटी गरीबी ना आत्म हत्या रुकी
देश के किसानो की 
डिगरी लेके  भटके दर दर
मायूसी छाई बेरोजगारो मे
अजब सी तानाशाही है 
राजनिती के गलियारों में कवि राज गुप्ता भाटापारा छततीसगढ