संसार में कोई भी व्यक्ति पूर्ण रूप परिपूर्ण नहीं है और यही सत्यता स्वयं ईश्वर भी जानते हैं अर्थात् यदि कोई व्यक्ति पूर्ण रूप से परिपूर्ण होता तो स्वयं ईश्वर भी द्रोपदी के भाग्य में एक ही पुरुष का सौभाग्य लिखते ना कि पांच पांडवों का भाग्य लिखते !! @Miss_A@ravi'ranjana(rv) #rv's thoughts ©writer miss A@ravi ranjana rv #dryleaf