अपनी मंजिल तरफ चलते है आहिस्ता आहिस्ता किस्मत कहां ले जाती है हमें आहिस्ता आहिस्ता! मुश्किल बढ़ती जाती है आहिस्ता आहिस्ता कंटकों पर रास्ता ढूंढते हैं आहिस्ता आहिस्ता अपनी मंजिल तरफ चलते है आहिस्ता आहिस्ता - कौशिक दवे — % & ♥️ Challenge-826 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।