ये अकेला सफ़र और ये अकेली शाम महकती महफिलें और ये छलकते जाम अनकही बातें हैं और ये भीड़ तमाम हाँ मैं जानता हूँ इन्हें, और इनके नाम पर वास्ता क्या! मैं तो आ चुका इनके काम अब जेबों में रिश्ते नहीं, ना हाथों में दाम शहर दौलत का यह, शख़्स मैं गुमनाम ऊपर से आशिक़ हूँ, शायर बदनाम इंसानियत जुर्म है, नहीं और कोई इल्ज़ाम तन्हाई से इश्क़ है और मौत का है इंतज़ाम ये अकेला सफ़र, और वो भी उम्रभर... #अकेलासफ़र #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #भुवनेश #yqbaba #yqhindi #yqbhaijan