उसकी नजर को शायद आसमां भी तरसता था। प्यास नहीं थी उसको, मगर उसे देखने को बादल भी बरसता था।। वो खिलखिलाती थी तो शायद चांद भी जलता था। हां वो मुहब्बत थी मेरी, जिसे पाने को शायद खुदा भी तरसता था।। \/!^£| हां वो मुहब्बत थी मेरी... #poerty #quotes #nojoto #nojotohindi #love #TST #pain #kalakaksh