सूखे फूल मैं अक्सर मेरी किताबों में रखा करती थी फूल, जब कोई देखते थे ये फूल तो पूछते थे किसकी याद में ये सूखे फूल, मैं खुद भी नहीं जानती थी किसकी याद में रखती हूं सूखे फूल, पर ना जाने क्यों बहुत अच्छा लगता था किताबों में रखना फूल, शायद उन्होने भी कभी देखे होंगे मेरी किताबों में ये सूखे फूल, नहीं पूछ पाए होंगे क्यों रखती हो ये किताबों में फूल, डर लगता था तब उनको फूलों का ज़िक्र कर मुझ पर यूं हक जताने से, खैर मुझे अच्छा लगता था किताबों में रखना फूल, और जब कुछ ज्यादा ही सूख जाते थे वो सूखे फूल, उन पन्नों के पलटने की आहात पाते ही यहाँ वहां उडते वो सूखे फूल, सब और बिखरने लगते यह सूखे फूल, और फिजाओं में खुशबू को महसूस करा देते हमे ये सूखे फूल, उन सूखे फूलों की तरह ही होते है कुछ लोग हमारे जीवन में, उनकी मौजूदगी भी हमें खुश रखती है और उनकी यादें भी हमें खुशी दे जाती हैं, सूखे फूल सिर्फ किताबों में ही नहीं मिलते जनाब अक्सर हमारे जीवन में भी मिलते हैं, खुशी हो या गम हमेशा याद आते हैं ये फूल, कभी-कभी पलके भी भिगो जाते हैं ये सूखे फूल... #SookhePhool #POD#Nojoto#Nojotohindi...🥀🌹🌺🌻🌷🏵💮🌸💐