जो मैरे अपने थे चुन चुन कर पिरोया था मैने उन्हें आज भी मुझे सुकून देते हैं वरना इंसान तो बस समझोते करता है कभी अपना, कभी पराया... सुप्रभात। हमारे #rzhindi पोस्ट पर Collab करें और अपने शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें | #rzकुछशब्द #yqrestzone #yqdidi #yqrz #collabwithrestzone #restzone #YourQuoteAndMine Collaborating with Rest Zone