Unsplash किसी ने महज़ब किसी ने जात किसी ने भाषा अपनी पहचान लिखा वो उम्र में बहुत छोटा था उसने सिर्फ हिंदुस्तान लिखा किस्से बन जाते हैं कहानियाँ हो जाता है एक उम्र के बाद आदमी आदमी नहीं रहता... -मिथिलेश बारिया ©VED PRAKASH 73 #गोल_चबूतरा