दोस्ती शब्द ही इतना खूबसूरत है, जिसका वर्णन भी नही किया जा सकता। आप अपने दोस्त पर इतना भरोसा रक्खो, जितना आप स्वयं पर रखते हो क्योंकि दोस्ती तो केवल भरोसे और विश्वास पर टिकी होती हैं। चाहे दोस्ती कितनी भी पुरानी हो, अगर भरोसा और विश्वास हो तो, दोस्ती कभी खत्म ही नहीं हो सकती। पर हाँ, उस दोस्ती में कभी पद और अहम् नही आना चाहिए। दुर्गा सिंह यारीया #Yaari