Nojoto: Largest Storytelling Platform

कभी बादल की तरह साया बनके फिरता है और कभी मायूसी

कभी बादल की तरह
 साया बनके फिरता है
और कभी मायूसी में 
आंसु बनके गिरता है
तेरा वजूद मेरे साथ-साथ चलता है
ऐसा लगता तू मेरे आस-पास रहता है

*_अशरफ फ़ानी कबीर कभी बादलों की तरह
 साया बनके फिरता है
और कभी मायूसी में 
आंसु बनके गिरता है
तेरा वजूद मेरे साथ-साथ चलता है
ऐसा लगता तू मेरे आस-पास रहता है

*_अशरफ फ़ानी कबीर
कभी बादल की तरह
 साया बनके फिरता है
और कभी मायूसी में 
आंसु बनके गिरता है
तेरा वजूद मेरे साथ-साथ चलता है
ऐसा लगता तू मेरे आस-पास रहता है

*_अशरफ फ़ानी कबीर कभी बादलों की तरह
 साया बनके फिरता है
और कभी मायूसी में 
आंसु बनके गिरता है
तेरा वजूद मेरे साथ-साथ चलता है
ऐसा लगता तू मेरे आस-पास रहता है

*_अशरफ फ़ानी कबीर