ठोकर भरे इस राह पर तुम संभलना सीख लो बदलते मौसमों की तरह तुम बदलना सीख लो सूरज हर सॉंझ थक कर ढल जाता है मगर सूरज की तरह तुम फिर से निकलना सीख लो #mimansak #jindagi #thokar #sambhalna