चूरू तो ठंडा भया चाले ठण्डी बाय खाओ बाजर की रोटियां लहसुन चटनी लगाय जल्दी सिमटो बिस्तरां दिन में ही सब निपटाय जाना अगर खुले में हाथ-पैर बार-२ तपाय राखो दिन दस संभाल के ये हाड़ फिर सरसाय।। ©Mohan Sardarshahari शीत लहर का कहर