किया तो था वादा उसने, बस निभाना वो भूल गए। करके इश्क़ वो हमसे , जताना हीं भूल गए , पहले रूशवा हुए वो हमसे, फिर मनना हींंं भूल गए। जब लगी आग चाहतों की वो बुझाना हीं भूल गए। 🖋 अभिषेक तिवारी भूल गए