मेरे नसीब में जबसे खुद की रहमत आई है मुझको छू भी ना सकी गमों की परछाई है हो सके तो मुझको माफ कर देना ए खुदा क्युकी तुझसे पहले मैने अपने माँ बाप की खीदमत करने की क़सम खाई है I love my parents