अनछुए एहसासों को मेरे तू अब कुछ ईनाम देदे, ग़ुमनाम रहा जो सदियों से उस रिश्ते को कुछ नाम देदे। बना ले अपना और बनाकर अपना पूरा मेरा शृंगार करदे, बहुत दुरुस्त रही मैं अब इश्क़ में अपने बीमार करदे। #hindipoetry #twoliner #nazarbiswas #quoteoftheday