क्या खूब खुदा ने की है रचना तेरी, हर ओर बिखरती है बस खुशियां ढेर सारी। परंपराओं की बेड़ियों में जकड़ी गयी, फिर भी ना कम हुई शालिनता तेरी। ओ स्त्री तू प्रशंसा की बनी, इस लिखावट की दुनिया में एक उज्जवलता है। तेरे अंदर का तेज ही तेरे सुंदरता का दर्पण है। तू कमजोर नहीं सशक्त बन, तू जीवन में एक नया प्रतिमान गढ़। ©Unnati Upadhyay #नारी ईश्वर की रचित एक अनमोल रचना है उसका सम्मान करें ........💫💫💫👍 Kamalakanta Jena (KK) PRIYANK SHRIVASTAVA 'अरमान'