कभी कभी मन करता है तुम्हारे पास बैठने को तुमसे ढेरों बातें करने को और तुम्हे बताने को कि तुम क्या हो मेरे लिए मेरी ज़िन्दगी में ढलती उम्र के साथ जब किसी शादी ब्याह के फंक्शन में देखता हूं तुम्हें सज़ा धजा हुआ तो मन में प्रेम के अंकुर पुनः प्रश्फुटित हो उठते हैं और बार बार चाहते हैं तुम्हें देखना एकटक अपनी नजरों के सामने अपलक भाव से ©Ankur tiwari #widow