मुहल्ले में बैठा है ,तेरा आशिक तुझसे अपने प्यार का, इजहार चाहता है इंकार करने से पहले, देख लेना नजदीकी से उसे वो तुझसे उम्मीदी का, इक तार चाहता है Shayari ki baatein ©KAKA MAURYA from Guddu Bhaiyaa Kukha #betrayal